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UP Board class 12 Economics Chapter 3. उत्पादन और लागत Hindi Medium Notes - PDF

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अध्याय 3: उत्पादन और लागत

यह अध्याय एक फर्म (Firm) के उत्पादन संबंधी निर्णयों और उससे जुड़ी लागतों की व्याख्या करता है।

उत्पादन फलन (Production Function)

  • परिभाषा: उत्पादन फलन भौतिक इनपुट (जैसे- श्रम, पूंजी) और भौतिक आउटपुट के बीच के तकनीकी संबंध को दर्शाता है।
  • सूत्र: q = f (L, K)
    • जहाँ q = उत्पादन की मात्रा, L = श्रम (साधन), K = पूंजी (साधन)
  • अल्पकालीन उत्पादन फलन: इसमें कम से कम एक साधन (जैसे पूंजी) स्थिर रहता है। q = f (L, K̄) (जहाँ K̄ स्थिर पूंजी है)
  • दीर्घकालीन उत्पादन फलन: इसमें सभी साधन परिवर्तनशील होते हैं। q = f (L, K)

अल्पकाल में उत्पादन: परिवर्तनीय साधन के प्रतिफल

  • कुल उत्पाद (TP): परिवर्तनीय साधन (जैसे श्रम) की एक निश्चित मात्रा का उपयोग करके उत्पादित की गई वस्तुओं की कुल मात्रा।
  • औसत उत्पाद (AP): प्रति इकाई परिवर्तनीय साधन का उत्पादन।
    • APL = TP / L (श्रम का औसत उत्पाद)
  • सीमांत उत्पाद (MP): परिवर्तनीय साधन की एक अतिरिक्त इकाई का उपयोग करने से कुल उत्पाद में होने वाला परिवर्तन।
    • MPL = ΔTP / ΔL (श्रम का सीमांत उत्पाद)

सीमांत उत्पादन ह्रास नियम (Law of Diminishing Marginal Product)

  • जब किसी उत्पादन प्रक्रिया में एक साधन (जैसे पूंजी) स्थिर हो और दूसरे साधन (जैसे श्रम) की इकाइयाँ लगातार बढ़ाई जाएँ, तो एक निश्चित बिंदु के बाद परिवर्तनीय साधन (श्रम) की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई से प्राप्त होने वाला सीमांत उत्पाद (MP) घटने लगता है।
  • इसे परिवर्तनीय अनुपातों का नियम भी कहते हैं।

TP, AP और MP के बीच संबंध

  • जब MP, AP से अधिक होता है, तो AP बढ़ता है।
  • जब MP, AP के बराबर होता है, तो AP अधिकतम होता है।
  • जब MP, AP से कम होता है, तो AP घटता है।
  • जब MP शून्य होता है, तो TP अधिकतम होता है।
  • जब MP ऋणात्मक होता है, तो TP घटने लगता है।

लागत (Cost)

एक फर्म को उत्पादन के साधनों (इनपुट्स) के लिए जो भुगतान करना पड़ता है, उसे लागत कहते हैं।

लागत के प्रकार

  • स्पष्ट लागत (Explicit Cost): वे लागतें जिनका भुगतास फर्म द्वारा बाहरी पक्षों (जैसे- कर्मचारियों, कच्चे माल के आपूर्तिकर्ताओं) को नकद में किया जाता है। इन्हें लेखा लागत (Accounting Cost) भी कहते हैं।
  • अंतर्निहित लागत (Implicit Cost): वे लागतें जो फर्म द्वारा स्वयं के स्वामित्व वाले संसाधनों के उपयोग के अवसर लागत (Opportunity Cost) का प्रतिनिधित्व करती हैं। (जैसे- स्वयं की जमीन का किराया, स्वयं के पूंजी निवेश पर ब्याज)।
  • अवसर लागत (Opportunity Cost): किसी संसाधन को किसी विशिष्ट उपयोग में लगाने के कारण उसके अगले सर्वोत्तम विकल्प के उपयोग से होने वाली आय की हानि।

अल्पकालीन लागत

अल्पकाल में लागतें दो प्रकार की होती हैं:

  • स्थिर लागत (TFC - Total Fixed Cost): वे लागतें जो उत्पादन के स्तर में परिवर्तन के साथ नहीं बदलती हैं। (जैसे- मशीनों का किराया, बिल्डिंग का किराया, वेतन आदि)
  • परिवर्तनशील लागत (TVC - Total Variable Cost): वे लागतें जो उत्पादन के स्तर में परिवर्तन के साथ बदलती हैं। (जैसे- कच्चे माल की लागत, ईंधन, श्रमिकों की मजदूरी आदि)

अल्पकालीन लागत वक्र

  • कुल लागत (TC - Total Cost): स्थिर लागत और परिवर्तनशील लागत का योग।
    • TC = TFC + TVC
  • औसत लागत (AC - Average Cost): प्रति इकाई उत्पादन की कुल लागत।
    • AC = TC / q
    • इसे औसत कुल लागत (ATC) भी कहते हैं।
  • औसत स्थिर लागत (AFC - Average Fixed Cost): प्रति इकाई उत्पादन की स्थिर लागत।
    • AFC = TFC / q
  • औसत परिवर्तनशील लागत (AVC - Average Variable Cost): प्रति इकाई उत्पादन की परिवर्तनशील लागत।
    • AVC = TVC / q
  • सीमांत लागत (MC - Marginal Cost): उत्पादन की एक अतिरिक्त इकाई का उत्पादन करने से कुल लागत में होने वाला परिवर्तन।
    • MC = ΔTC / Δq

AC, AVC, AFC और MC के बीच संबंध

  • AFC वक्र हमेशा घटता हुआ होता है क्योंकि उत्पादन बढ़ने पर स्थिर लागत फैलती जाती है।
  • AC, AVC और AFC का योग है। (AC = AVC + AFC)
  • AC और AVC वक्र U-आकार के होते हैं।
  • MC वक्र भी U-आकार का होता है और यह AC और AVC वक्रों को उनके न्यूनतम बिंदु पर काटता है।
    • जब MC < AC, तो AC घटता है।
    • जब MC = AC, तो AC न्यूनतम होता है।
    • जब MC > AC, तो AC बढ़ता है।
  • यही संबंध MC और AVC के बीच भी लागू होता है।

दीर्घकालीन लागत

  • दीर्घकाल में सभी साधन परिवर्तनशील होते हैं, इसलिए कोई स्थिर लागत नहीं होती। सभी लागतें परिवर्तनशील होती हैं।
  • दीर्घकालीन औसत लागत (LRAC - Long Run Average Cost): दीर्घकाल में प्रति इकाई उत्पादन की न्यूनतम संभव लागत।
  • LRAC वक्र अल्पकालीन औसत लागत (SAC) वक्रों को घेरने वाला एक आवरण वक्र (Envelope Curve) होता है।
  • LRAC वक्र भी U-आकार का होता है, जो पैमाने के प्रतिफल (Returns to Scale) के कारण होता है।
    • पैमाने का बढ़ता प्रतिफल: LRAC घटती है।
    • पैमाने का स्थिर प्रतिफल: LRAC स्थिर रहती है।
    • पैमाने का घटता प्रतिफल: LRAC बढ़ती है।

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