UP Board Book Logo

UPBoardBook Desktop Banner UPBoardBook Mobile Banner

UP Board class 12 Geography Chapter 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन Hindi Medium Notes - PDF

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Channel Join Now


जनसंख्या: वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन

1. भारत में जनसंख्या का वितरण

भारत में जनसंख्या का वितरण अत्यधिक असमान है। कुछ क्षेत्र अत्यधिक सघन जनसंख्या वाले हैं, जबकि कुछ क्षेत्रों में जनसंख्या बहुत कम है।

जनसंख्या वितरण को प्रभावित करने वाले कारक:

  • भौतिक कारक:
    • भू-आकृति ( Relief )
    • जलवायु
    • जल की उपलब्धता
    • मृदा की गुणवत्ता
  • सामाजिक-आर्थिक कारक:
    • नगरीकरण
    • औद्योगीकरण
    • कृषि का विकास
    • यातायात के साधन
    • सामाजिक एवं सांस्कृतिक कारक

जनसंख्या वितरण के प्रमुख प्रारूप:

  • उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र: उत्तरी मैदान, केरल और पश्चिम बंगाल का तटीय मैदान।
  • मध्यम जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र: पश्चिमी घाट का पठार, पूर्वी तटीय मैदान।
  • निम्न जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र: थार का मरुस्थल, पूर्वोत्तर के पर्वतीय क्षेत्र, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय भाग।

2. जनसंख्या घनत्व

जनसंख्या घनत्व से तात्पर्य प्रति इकाई क्षेत्रफल में रहने वाले लोगों की संख्या से है। इसे निम्न सूत्र से निकाला जाता है:

जनसंख्या घनत्व = कुल जनसंख्या / कुल क्षेत्रफल

भारत में जनसंख्या घनत्व की प्रवृत्तियाँ:

  • भारत का जनसंख्या घनत्व 2011 की जनगणना के अनुसार 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी था।
  • सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाला राज्य बिहार (1102) है।
  • सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य अरुणाचल प्रदेश (17) है।
  • नगरीय क्षेत्रों में जनसंख्या घनत्व ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में अधिक होता है।

3. जनसंख्या वृद्धि

भारत की जनसंख्या में 20वीं शताब्दी के दौरान तीव्र गति से वृद्धि हुई है। जनसंख्या वृद्धि को मुख्यतः तीन घटकों से देखा जाता है:

  1. जन्म दर (Birth Rate)
  2. मृत्यु दर (Death Rate)
  3. प्रवास (Migration)

जनसंख्या वृद्धि के चरण:

  • पहला चरण (1901-1921): स्थिर जनसंख्या का दौर। उच्च जन्म दर और उच्च मृत्यु दर।
  • दूसरा चरण (1921-1951): जनसंख्या में स्थिर वृद्धि का दौर। मृत्यु दर में कमी आनी शुरू हुई।
  • तीसरा चरण (1951-1981): जनसंख्या में तीव्र वृद्धि का दौर। मृत्यु दर में तेजी से गिरावट, जबकि जन्म दर ऊँची बनी रही।
  • चौथा चरण (1981-वर्तमान): जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट का दौर। जन्म दर और मृत्यु दर दोनों में कमी।

4. जनसंख्या संघटन

जनसंख्या संघटन से तात्पर्य जनसंख्या की संरचना के विभिन्न पहलुओं जैसे आयु, लिंग, निवास, व्यवसाय आदि से है।

आयु संरचना:

  • बाल जनसंख्या (0-14 वर्ष): भारत की लगभग 29% जनसंख्या इस वर्ग में आती है।
  • कामकाजी जनसंख्या (15-59 वर्ष): यह सबसे बड़ा वर्ग है, जो कुल जनसंख्या का लगभग 62% है।
  • वृद्ध जनसंख्या (60 वर्ष及以上): यह लगभग 9% जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करती है।

लिंगानुपात:

लिंगानुपात का अर्थ प्रति हज़ार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या से है।

  • 2011 की जनगणना के अनुसार भारत का लिंगानुपात 943 था।
  • केरल में सबसे अधिक लिंगानुपात (1084) है।
  • हरियाणा में सबसे कम लिंगानुपात (879) है।

ग्रामीण-नगरीय संरचना:

  • 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत की 68.84% जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में और 31.16% जनसंख्या नगरीय क्षेत्रों में निवास करती है।
  • नगरीकरण की दर में निरंतर वृद्धि हो रही है।

साक्षरता:

  • 2011 में भारत की साक्षरता दर 73% थी।
  • पुरुष साक्षरता दर (80.9%) महिला साक्षरता दर (64.6%) से अधिक है।
  • केरल में सबसे अधिक साक्षरता दर (93.91%) है।

व्यावसायिक संरचना:

  • भारत की अधिकांश जनसंख्या प्राथमिक क्षेत्र (कृषि) में कार्यरत है।
  • हाल के वर्षों में द्वितीयक (उद्योग) और तृतीयक (सेवा) क्षेत्रों में कार्यरत लोगों की संख्या में वृद्धि हुई है।

5. नीतिगत निहितार्थ

  • जनसंख्या वृद्धि पर नियंत्रण के लिए परिवार नियोजन कार्यक्रम।
  • लिंगानुपात में सुधार के लिए कन्या भ्रूण हत्या रोकने और बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रम।
  • साक्षरता दर बढ़ाने के लिए शिक्षा का अधिकार अधिनियम जैसे कदम।
  • रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए कौशल विकास कार्यक्रम।

Get UP Board class 12 Geography 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन Notes in Hindi Medium

UP Board class 12 Geography 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन Notes is available at our platform https://upboardnotes.com in hindi medium for free of cost. Content provided on our website is free of cost and in PDF format which is easily available for download. Getting the UP Board Notes for class 12 will help student to achieve good learning experience so that they can study effectively. UP board holds examination of more than 3 million students every year and majority of the question of exams are from their UP Board Notes. That’s why it is important to study using the textNotes issued by UP Board.

Importance of UP Board class 12 Geography 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन Text Notes

It is essential to know the importance of UP Board class 12 Geography 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन textNotes issued by UP Board because students completely rely on these Notes for their study and syllabus offered by UP Board is so balanced that each student should be aware about the importance of it. Below is the list of Importance of UP Board class 12 Geography 1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन :

  • These TextNotes are very clear and accurate which helps student to understand concept with ease.
  • It is also to mention that these text Notes are prepared by the content experts of subject, thus these Notes helps student in clearing their doubts and understand the core concept easily.
  • It is considered to be the best study material for competitive exam preparation.

Features of UP Board class 12 textNotes

There are various features of UP Board class 12 TextNotes, some of them are mentioned below so that you student can understand the value and usability of the contend and understand why Uttarpradesh board has prescribed these Notes.

  • Best feature of these textNotes is free availability of content in PDF format
  • Second feature that content generated and written is clear and easy to read.
  • There are various illustration and images are shown in the Notes so that student can easily understand the concept and should be more appealing to the student.
  • Each chapter is explained thoroughly
Uttar Pradesh Notes are very helpful and handy. Specially subjects like UP Board class 12 Physics Part - II Notes are very interesting to study.

Other Chapters of class 12 Geography
1. जनसंख्या - वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन
2. प्रवास - प्रकार, कारण और परिणाम
3. मानव विकास
4. मानव बस्तियाँ
5. भू-संसाधन तथा कृषि
6. जल-संसाधन
7. खनिज तथा ऊर्जा संसाधन
8. निर्माण उद्योग
9. भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास
10. परिवहन तथा संचार
11. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
12. भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ
1. मानव भूगोल प्रकृति एवं विषय क्षेत्र
2. विश्व जनसंख्या वितरण, घनत्व और वृद्धि
3. जनसंख्या संघटन
4. मानव विकास
5. प्राथमिक क्रियाएँ
6. द्वितीयक क्रियाऐ
7. तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप
8. परिवहन एवं संचार
9. अंतराष्टीय व्यापार
10. मानव बस्ती
;